खाद्य भंडारण अवसंरचना में उद्यमशीलता के अवसर

  • वर्ष 2025 तक 535 बिलियन अमेरिकी डॉलर के संभावित आकार के साथ भारत का खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र उद्योगों के साथ-साथ किसानों के लिए बेहतर अवसर प्रदान करेगा।
  • विकासशील देशों में लगभग 40% खाद्य पदार्थों की हानि फसल काटने के बाद और आपूर्ति श्रृंखला के आरंभ में होती है।
  • इस प्रकार की हानि वार्षिक रूप से लगभग 310 बिलियन डॉलर से अधिक खाद्य पदार्थों की बर्बादी और नुकसान का कारण बनती है।
  • खाद्य पदार्थों की बर्बादी वैश्विक स्तर पर कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) का तीसरा सबसे बड़ा उत्सर्जक है।
  • वर्ष 2015 में शांता कुमार समिति ने अनाज की ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

पत्रिका सार