COP28: जीवाश्म ईंधान से दूर जाने का आह्नान
- दुबई, संयुक्त अरब अमीरात में, संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP28) में, राष्ट्रों ने पहली बार ‘जीवाश्म ईंधन से दूर जाने’ के लिए एक रोडमैप के रूप में ‘दुबई सर्वसम्मति’ को अपनाया।
- इसके तहत किए गए ऐतिहासिक समझौते में, ग्लोबल वार्मिंग को 1.5 डिग्री तक सीमित करने और जीवाश्म ईंधन से दूर जाने का वादा किया गया है। यह समझौता 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को तीन गुना करने और ऊर्जा दक्षता को दोगुना करने की बात करता है।
- हालांकि, कुछ वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु संकट से निपटने के लिए कार्रवाई की तत्काल आवश्यकता को देखते ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR)
- 2 राष्ट्रीय गुणाकर मुले सम्मान 2023
- 3 मॉरीशस में विज्ञान लेखन सत्र का आयोजन
- 4 पारंपरिक ज्ञान के संचार एवं प्रसार पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन
- 5 धूम्रपान एवं स्वास्थ्य
- 6 विज्ञान वर्धिनी संस्था
- 7 विश्व ओजोन दिवस
- 8 इंटीग्रेटेड मल्टीट्रॉफिक एक्वाकल्चर (IMTA) में समुद्री शैवाल की भूमिका
- 9 स्वदेशी ड्रोन
- 10 पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की उपलब्धियां
पत्रिका सार
- 1 आर्टिफि़शियल इंटेलिजेंस (AI) का परिदृश्य
- 2 वैश्विक कल्याण के लिए एआई का उपयोग करने का भारत का दृष्टिकोण
- 3 एक भारतीय प्रशासन और सार्वजनिक सेवाओं में एआई
- 4 भारत का तकनीकी सेवा उद्योग तथा जेनरेटिव एआई
- 5 जेनरेटिव एआई की संभावना, दोहन और चुनौतियां
- 6 सरकारी मामलों में जेनरेटिव एआई का प्रयोग
- 7 आर्टिफि़शियल इंटेलिजेंस और मीडिया का भविष्य
- 8 मीडिया में बदलाव लाने में एआई की भूमिका
- 9 नागरिक सेवाओं के लिए AI की भूमिका और दायरा
- 10 कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) से दृष्टिबाधिात दिव्यांगजनों का जीवन सुगम
- 11 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में साइबर सुरक्षा की चुनौतियां
- 12 खाद्य भंडारण: महत्वपूर्ण तथ्य
- 13 सतत खाद्य प्रणालियों के विकास की आवश्यकता
- 14 वेयरहाउसिंग क्षेत्र की वर्तमान चुनौतियां और समाधान
- 15 खाद्य सुरक्षा का संस्थागत प्रबंधानः एफ़सीआई की भूमिका
- 16 बृहद खाद्य भंडारण योजनाः चुनौतियाँ तथा आगे की राह
- 17 भंडारण सुविधाओं के विकास से कृषि को नई ऊंचाई देने की तैयारी
- 18 खाद्य भंडारण अवसंरचना में उद्यमशीलता के अवसर
- 19 ओडीओपीः मूल्य श्रृंखला विकास के लिए रूपरेखा
- 20 भारत को वैश्विक खाद्य बास्केट बनाने हेतु योजनाएं
- 21 भारत में पारंपरिक भंडारण संरचनाएं और प्रथाएं
- 22 एनडीएमसी स्कूल वार्षिक विज्ञान मेला
- 23 रासायनिक युद्ध एजेंटों को नष्ट करने हेतु सामग्री का विकास
- 24 भारत में आक्रामक विदेशी प्रजातियां
- 25 कार्बन कैप्चरः जलवायु परिवर्तन को कम करने का एक प्रभावी समाधान
- 26 जलवायु परिवर्तनः कृषि पर प्रभाव
- 27 स्नोफ्लेक्सः प्रकृति के डिजाइन की एक सिम्फ़नी
- 28 वैज्ञानिक कूटनीति ‘पोस्ट-ट्रूथ’ विश्व में एक नवीन प्रतिमान
- 29 राष्ट्रीय क्वांटम मिशन
- 30 प्राइम एडिटिंगः अधिाक सटीक, लक्षित जीनोम एडिटिंग की ओर
- 31 हीडलबर्ग लॉरिएट फ़ोरम की 10वीं वर्षगांठ