वि-वैश्वीकरण और भारतः कारक और प्रभाव

वि-वैश्वीकरण दुनिया भर के देशों के मध्य परस्पर निर्भरता और एकीकरण को कम करने की प्रक्रिया है। देशों के बीच आर्थिक व्यापार और निवेश में गिरावट इसकी विशेषता है। यह गिरावट अर्थव्यवस्थाओं के मध्य कम एकीकृत होने की प्रवृत्ति को दर्शाता है।

वि-वैश्वीकरण: कारक

  • एशिया का उदय: भारत, चीन और जापान जैसे विकासशील देश पिछले कुछ दशकों में तेजी से बढ़े हैं। आर्थिक शक्ति पश्चिम से इन एशियाई देशों की ओर स्थानांतरित हो रही है।
  • विकसित देशों की चिंता: यद्यपि पश्चिमी देशों ने अपनी बहुराष्ट्रीय कंपनियों की पहुंच का विस्तार करके और प्रतिभाशाली व्यक्तियों के अधिग्रहण से वैश्वीकरण से अत्यधिक लाभ ....

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