जेनेरिक दवाएं: संबंधित मुद्दे और चिंताएं
जेनेरिक दवाएं (Generic Drugs) ऐसे ‘दवा उत्पाद’ (Pharmaceutical Products) होते हैं; जो प्रभाव, क्षमता, गुणवत्ता आदि के मामले में ब्रांडेड/सूचीबद्ध दवाओं (Branded/Listed drugs) के समान ही होते हैं।
- किसी ब्रांडेड दवा का पेटेंट समाप्त होने के बाद इसका जेनेरिक दवा के रूप में विपणन किया जा सकता है। हालांकि, ‘भारतीय पेटेंट अधिनियम-1970’ (Indian Patent Act-1970) के तहत अनिवार्य लाइसेंस (Compulsory License) का प्रावधान किया गया है।
- भारत वैश्विक स्तर पर जेनेरिक दवाओं के निर्यात में लगभग 20-22% की हिस्सेदारी रखता है। इन दवाओं की उपलब्धता के कारण महत्वपूर्ण दवाओं की पहुंच और उपलब्धता में सुधार होने के साथ-साथ इनकी सस्ती कीमत ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।
मुख्य विशेष
- 1 बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली: भारत की क्षमताएं
- 2 कृषि का रूपांतरण: उभरती प्रौद्योगिकियों की भूमिका
- 3 अन्य देशों के साथ भारत का अंतरिक्ष सहयोग: लाभ और उपलब्धियां
- 4 गहरे समुद्र में अन्वेषण: भारत की प्रगति और चुनौतियां
- 5 जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में नैनो प्रौद्योगिकी की भूमिका
- 6 साइबर हमले: भारत के डिजिटलीकरण के लिए चुनौतियां
- 7 दुर्लभ बीमारियां : चुनौतियां एवं भारत की कार्यवाही
- 8 रोगाणुरोधी प्रतिरोध : चुनौतियां और रोकथाम के उपाय
- 9 ब्रेन कंप्यूटर इंटरफ़ेस (BCI) और इसके नैदानिक अनुप्रयोग
- 10 बायोइन्फॉर्मेटिक्स और इसके अनुप्रयोग
- 11 कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में नैनो प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग
- 12 जीनोम इंडिया परियोजना: वर्तमान स्थिति एवं महत्व
- 13 स्टेम सेल-आधारित पुनर्योजी चिकित्सा: प्रौद्योगिकियां एवं संभावनाएं
- 14 नासा-इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार (NISAR) मिशन: उद्देश्य एवं महत्व
- 15 अंतरिक्ष मलबे से उत्पन्न खतरे और चुनौतियां
- 16 भारतीय मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम: उद्देश्य एवं भारत की प्रगति
- 17 पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी: महत्व और भारत की उपलब्धियां
- 18 रक्षा आत्मनिर्भरता: स्वदेशी प्रौद्योगिकियों की भूमिका
- 19 रक्षा में ड्रोन के अनुप्रयोग
- 20 बाह्य अंतरिक्ष का विनियमन: चिंता के मुद्दे
- 21 भारत की अंतरिक्ष यात्रा: प्रगति और चुनौतियां
- 22 दुर्लभ मृदा तत्व: अनुप्रयोग एवं संबंधित चुनौतियां
- 23 साइबर-भौतिक प्रणालियों की सुरक्षा: चुनौतियां और समाधान
- 24 जनरेटिव एआई: अनुप्रयोग एवं सामाजिक-आर्थिक निहितार्थ
- 25 ग्रीन हाइड्रोजन: उत्पादन प्रौद्योगिकियां एवं अनुप्रयोग
- 26 सुपरकंप्यूटिंग: अनुप्रयोग एवं भारत की प्रगति
- 27 इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी प्रौद्योगिकियां: महत्व और चुनौतियां
- 28 एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग: अनुप्रयोग एवं चुनौतियां
- 29 क्वांटम प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग एवं भारत की पहलें
- 30 भारत में एआई गवर्नेंस: आवश्यकता, चुनौतियां और अनिवार्यताएं
- 31 फ़ेशियल रिकग्निशन प्रौद्योगिकीः लाभ एवं चिंताएं
- 32 भारत-लीगो (LIGO) परियोजनाः महत्व और चुनौतियां
- 33 भारत में महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियां
- 34 सोडियम-आयन बैटरी: महत्व और मुद्दे
- 35 डार्कनेटः चिंताएं और उपाय
- 36 इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स और भारत
- 37 बाह्य अंतरिक्ष में शांति और सुरक्षाः भारतीय परिप्रेक्ष्य
- 38 भारत के ई-शासन में मेटावर्स की भूमिका
- 39 भू-स्थानिक प्रौद्योगिकीः अनुप्रयोग और चुनौतियां
- 40 रोगाणुरोधी प्रतिरोध द्वारा उत्पन्न चुनौतियां
- 41 रोगाणुरोधी प्रतिरोधः वैश्विक स्वास्थ्य खतरा
- 42 सामान्य अध्ययन 100 अति संभावित विषय - प्रौद्योगिकी विकास (जीएस पेपर-3)
- 43 सामान्य अध्ययन 90 महत्वपूर्ण विषय - प्रौद्योगिकी विकास (जीएस पेपर-3)
- 44 कृषि अर्थव्यवस्था में नवीन प्रौद्योगिकी का समावेशन