जेनेरिक दवाएं: संबंधित मुद्दे और चिंताएं

जेनेरिक दवाएं (Generic Drugs) ऐसे ‘दवा उत्पाद’ (Pharmaceutical Products) होते हैं; जो प्रभाव, क्षमता, गुणवत्ता आदि के मामले में ब्रांडेड/सूचीबद्ध दवाओं (Branded/Listed drugs) के समान ही होते हैं।

  • किसी ब्रांडेड दवा का पेटेंट समाप्त होने के बाद इसका जेनेरिक दवा के रूप में विपणन किया जा सकता है। हालांकि, ‘भारतीय पेटेंट अधिनियम-1970’ (Indian Patent Act-1970) के तहत अनिवार्य लाइसेंस (Compulsory License) का प्रावधान किया गया है।
  • भारत वैश्विक स्तर पर जेनेरिक दवाओं के निर्यात में लगभग 20-22% की हिस्सेदारी रखता है। इन दवाओं की उपलब्धता के कारण महत्वपूर्ण दवाओं की पहुंच और उपलब्धता में सुधार होने के साथ-साथ इनकी सस्ती कीमत ....
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