बालिका पंचायत
17 जून, 2022 को ‘बालिका पंचायत’ शुरू करने वाला गुजरात देश का पहला राज्य बन गया है। यह ‘बेटी बचाओ बेटी पढाओ’ अभियान के तहत गुजरात सरकार के महिला एवं बाल विकास कल्याण विभाग की एक पहल है।
महत्वपूर्ण तथ्यः बालिका पंचायत का संचालन 11-21 आयु वर्ग की बालिकाएं करती हैं।
- बालिका पंचायत का उद्देश्य लड़कियों के सामाजिक और राजनीतिक विकास को बढ़ावा देना और समाज से बाल विवाह और दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को दूर करना है। बालिका पंचायत में सदस्य को ग्राम पंचायत की तरह ही मनोनीत किया जाता है।
- बालिका पंचायत की स्थापना से गुजरात में बालिका शक्ति को बल मिलेगा। यह अन्य राज्यों के लिए एक अनुकरणीय मॉडल है जहां बाल विवाह प्रचलित है या लड़कियों की शिक्षा में गिरावट आ रही है।
- कच्छ जिले की पुनरिया पंचायत की बालिका सरपंच गरवा बाटी बालिका पंचायत के लाभों की गणना करती है, जिससे लड़कियों को समाज और राजनीति में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
राज्य परिदृश्य
- 1 वन लाइनर सामयिकी
- 2 साओ जोआओ उत्सव
- 3 केरल प्रवासन सर्वेक्षण 2022-23
- 4 हरियाणा सरकार और इजराइल के मध्य समझौता
- 5 मुख्यमंत्री मातृशक्ति योजना
- 6 तेलंगाना सरकार और बेंगलुरू स्थित Elest के मध्य समझौता
- 7 एनम एझुथुम योजना
- 8 काशी यात्रा योजना
- 9 स्वास्थ्य और कल्याण ऐप 'AAYU'
- 10 फ्रूट सॉफ्टवेयर
- 11 हिमाचल प्रदेश ड्रोन नीति 2022
- 12 सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध
- 13 अंबुबाची मेला
- 14 बैखो त्योहार
- 15 महाराष्ट्र में 12 नए संरक्षित क्षेत्र एवं 3 वन्यजीव अभ्यारण्य
- 16 ओलंपिक मूल्य शिक्षा कार्यक्रम (OVEP)
- 17 20वां लोक मेला एवं 13वां कृषि मेला
- 18 सीतल षष्ठी
- 19 आंचल अभियान