सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड (Green Bond) की पहली किस्त जारी
25 जनवरी को RBI सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड (Sovereign Green Bond) की पहली किस्त जारी की गई सरकार द्वारा 31 मार्च, 2023 तक सरकार ने ग्रीन बॉन्ड से 16000 रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा गया है
- पच्चीस जनवरी और नौ फरवरी को जारी होने वाले ये बॉन्ड 8,000-8,000 करोड़ रुपये के होंगे।
- देश की अर्थव्यवस्था की कार्बन इंटेंसिटी को कम करने के उद्देश्य से ग्रीन बॉन्ड जारी किए जा रहे हैं।
- संघीय बजट 2022-23 (Union Budget 2022-23) में इसे प्रस्तुत किया गया था।
- ग्रीन बॉन्ड्स एक तरह से फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट्स होते हैं, जिनका इस्तेमाल पर्यावरण को समर्थन करने और जलवायु संबंधी प्रोजेक्ट्स को उत्पन्न करने के लिए किया जाता है
- भारत सरकार ने नौ नवंबर 2022 को सरकारी हरित बॉन्ड का मसौदा जारी किया।
- ये हरित बॉन्ड पांच साल और 10 साल की अवधि में उपलब्ध होंगे।
सॉवरेन ग्रीन बॉन्डः ग्रीन बॉण्ड विभिन्न कंपनियों, देशों एवं बहुपक्षीय संगठनों द्वारा पर्यावरणीय या जलवायु लाभ वाली परियोजनाओं को वित्तपोषित करने हेतु जारी किये जाते हैं और निवेशकों को निश्चित आय भुगतान प्रदान करते हैं।
- इन परियोजनाओं में नवीकरणीय ऊर्जा, स्वच्छ परिवहन एवं हरित भवन आदि शामिल हो सकते हैं।
- ग्रीन बॉण्ड के माध्यम से प्राप्त आय को हरित परियोजनाओं के लिये प्रयोग किया जाता है।
आर्थिक परिदृश्य
- 1 वनलाइनर समसामयिकी
- 2 भारत में स्टार्टअप विकास हेतु उठाए गए कदम
- 3 भारत में ट्रेड प्लस वन प्रणाली लागू
- 4 बंधन बैंक का ‘जहां बंधन, वहां ट्रस्ट’ अभियान
- 5 D-SIBs लिस्ट
- 6 इंडियन बैंक को श्रीलंका के ‘वॉस्ट्रो खाता’ खोलने को मंजूरी
- 7 UPI लेनदेन दिसंबर में रिकॉर्ड ऊंचाई पर
- 8 डब्लू टी ओ का मत्स्य सब्सिडी समझौता
- 9 Bharat Pe को ई-पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस
- 10 वैश्विक खाद्य कीमतों में लगातार नौवीं मासिक गिरावट दर्ज
- 11 एडीबी और भारत ने ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए
- 12 RBI ने उत्कर्ष 2.0 लांच किया
- 13 GST संग्रह 15% बढ़कर 1.49 लाख करोड़ रुपये से अधिक
- 14 आठ उद्योगों के सूचकांक की वृद्धि दर बढ़कर 5.4 प्रतिशत
- 15 वैपकोस को ADB द्वारा शीर्ष परामर्श फ़र्म घोषित
- 16 सेबी ने म्यूनिसिपल बॉन्ड का डेटाबेस (ब्योरा) जारी किया