2020 के बाद के लिए वैश्विक जैव विविधता ढांचा
हाल ही में पर्यावरण वैज्ञानिकों, पारिस्थितिकीविदों और नीति विशेषज्ञों के एक समूह ने माना है कि 2020 के बाद के वैश्विक जैव विविधता फ्रेमवर्क का मसौदा उन रासायनिक प्रदूषकों की समग्रता का हिसाब देने में विफल रहा है जो वैश्विक स्तर पर पारिस्थितिक तंत्र को खतरे में डालते हैं।
2020 के बाद वैश्विक जैव विविधता फ्रेमवर्क कर बारे में: 2020 के बाद वैश्विक जैव विविधता फ्रेमवर्क एक नया वैश्विक ढांचा है, जो लोगों को प्रकृति और इसकी आवश्यक सेवाओं को संरक्षित करने के लिए 2030 तक विश्व भर में हो रहे कार्यों का मार्गदर्शन करेगा।
- इसका उद्देश्य सरकारों और समाज द्वारा जैव विविधता, इसके प्रोटोकॉल, और अन्य जैव विविधता से संबंधित बहुपक्षीय समझौतों, प्रक्रियाओं एवं कन्वेंशन के उद्देश्यों में योगदान करने के लिए तत्काल और परिवर्तनकारी कार्रवाई को बढ़ावा देना है।
- 2050 तक 4 लक्ष्य हासिल करना है। जो है-
- जैव विविधता के विलुप्त होने और गिरावट में कमी करना।
- संरक्षण के द्वारा मनुष्यों को प्रकृति की सेवाओं को बढ़ाने हेतु कार्य करना।
- आनुवंशिक संसाधनों के उपयोग से सभी को उचित और समान लाभ सुनिश्चित करना।
- उपलब्ध वित्तीय तथा कार्यान्वयन के अन्य साधनों द्वारा 2050 के विजन को प्राप्त करने के लिए विद्यमान चुनौतियों के बीच की खाई को पाटना।
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 वन लाइनर सामयिकी
- 2 विश्व की पहली फि़शिंग कैट जनगणना
- 3 नवीकरणीय ऊर्जा हेतु संयुक्त राष्ट्र की पांच सूत्री योजना
- 4 चमगादड़ की एक नई प्रजाति
- 5 पेट्रोल में 10 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य
- 6 औद्योगिक डीकार्बोनाइजेशन समिट 2022
- 7 खुव्सगुल झील
- 8 सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध
- 9 इको सेंसिटिव जोन पर सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश
- 10 नर बाघ ‘कुंभा’ का निधन
- 11 मनी स्पाइडर की खोज
- 12 ‘यूबलफ़ेरिस पिक्टस’ प्रजाति की खोज
- 13 स्टॉकहोम+50 सम्मेलन-2022
- 14 हाथी बचाव केंद्र
- 15 स्वच्छ और हरित अभियान
- 16 लीडर्स इन क्लाइमेट चेंज मैनेजमेंट प्रोग्राम