दिल्ली
भारत का पहला स्मॉग टॉवर
- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 23 अगस्त, 2021 को कनॉट प्लेस में बाबा खड़क सिंह मार्ग पर भारत के पहले स्मॉग टॉवर (Smog tower) का उद्घाटन किया।
- 24 मीटर ऊंचे एंटी-स्मॉग टॉवर को 20 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 1 किमी- के दायरे में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए स्थापित किया गया है।
- यह टावर ‘मिनेसोटा विश्वविद्यालय’ द्वारा विकसित ‘डाउनड्राफ्रट एयर क्लीनिंग सिस्टम’ (downdraft air cleaning system) का उपयोग करता है।
- परियोजना के सहयोगियों के रूप में टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड, एनबीसीसी और मिनेसोटा विश्वविद्यालय हैं।
- प्रदूषित हवा को 24 मीटर की ऊंचाई पर अवशोषित किया जाता है और फिल्टर की गई हवा को टावर के नीचे, जमीन से लगभग 10 मीटर की ऊंचाई पर छोड़ा जाता है।
- हालांकि विशेषज्ञों के अनुसार स्मॉग टावरों के खराब बाहरी हवा को शुद्ध करने के लिए एक व्यवहार्य समाधान होने का विदेशों में भी कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
फेसलेस परिवहन पहल
- दिल्ली सरकार ने 11 अगस्त, 2021 को एक महत्वाकांक्षी ‘फेसलेस परिवहन पहल’ (Faceless transport initiative) का शुभारम्भ किया।
- यह ड्राइविंग लाइसेंस से लेकर वाहनों के स्वामित्व के हस्तांतरण तक सभी परिवहन विभाग की सेवाओं के लिए वन-स्टॉप समाधान है। इसके तहत परिवहन विभाग की 33 फेसलेस सेवाओं की शुरुआत की गई है, जिनका ऑनलाइन लाभ उठाया जा सकता है।
- फेसलेस योजना लोगों को आरटीओ में जाने की आवश्यकता को समाप्त करके भ्रष्टाचार की किसी भी सम्भावना को खत्म करने का प्रयास करती है।
- दिल्ली सरकार द्वारा विकसित दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि ऑनलाइन सेवाओं के वितरण में ‘आधार’-आधारित सत्यापन किया जाएगा। जिनके पास अपना आधार विवरण नहीं है या जो इसे साझा करने के इच्छुक नहीं हैं, उनके लिए एक अलग प्रावधान भी रखा गया है।
- जिन दो सेवाओं के लिए किसी व्यक्ति को आरटीओ कार्यालय जाना होगा, वे ‘लाइसेंस प्राप्त करने के लिए ड्राइविंग टेस्ट’ और ‘वाहन फिटनेस प्रमाण पत्र’ हैं।
- ‘फेसलेस पहल’ को प्रायोगिक आधार पर फरवरी 2021 में लॉन्च किया गया था।