बर्ड फ्रलू
21 जुलाई, 2021 को एम्स दिल्ली में H5N1 एवियन इन्फ्रलुएंजा से 11 साल के एक बच्चे की मौत हो गई, जो इस साल भारत में बर्ड फ्रलू से दर्ज की गई पहली मौत है।
महत्वपूर्ण तथ्यः जनवरी 2021 में, कई राज्यों में बर्ड फ्रलू की पुष्टि हुई थी, जिसमें प्रवासी प्रजातियों सहित हजारों पक्षी मृत पाए गए थे।
- बर्ड फ्रलू या एवियन इन्फ्रलूएंजा दुनिया भर में जंगली पक्षियों में स्वाभाविक रूप से पाए जाने वाले एवियन इन्फ्रलूएंजा टाइप ए वायरस के कारण होने वाली बीमारी है।
- वायरस मुर्गियों, बत्तखों, टर्की (turkeys) सहित घरेलू मुर्गियों को संक्रमित कर सकता है; थाईलैंड के चिडि़याघरों में सूअरों, बिल्लियों और यहां तक कि बाघों में भी H5N1 संक्रमण की खबरें आई हैं।
- एवियन इन्फ्रलुएंजा टाइप ए वायरस को उनकी सतहों पर दो प्रोटीनों के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है - Hemagglutinin (HA) और Neuraminidsae(NA)।
- लगभग 18 HA उप-प्रकार और 11 NA उप-प्रकार हैं। इन दो प्रोटीनों के कई संयोजन संभव हैं जैसे- H5N1, H7N2, H9N6, H17N10, आदि।
- वायरस संचरण का सबसे सामान्य मार्ग सीधा संपर्क है - जब कोई व्यक्ति मृत या जीवित संक्रमित पक्षियों के निकट संपर्क में आता है।
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विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
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