राजस्थान हस्तशिल्प नीति-2022
27 अगस्त, 2022 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में ‘राजस्थान हस्तशिल्प नीति-2022’ (Rajasthan Handicraft Policy 2022) को मंजूरी प्रदान की गई।
नीति संबंधी प्रावधान-
- नीति का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए राज्य के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री की अध्यक्षता में एक राज्य स्तरीय निगरानी समिति भी गठित की जाएगी।
- कारीगरों द्वारा लिए गए 3 लाख रुपये के ऋण पर ब्याज का 100% राज्य सरकार वहन करेगी।
- कारीगरों को अपने उत्पाद बेचने में मदद के लिए सरकार एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बनाएगी।
- उद्योग विभाग के तहत एक निदेशालय का गठन किया जाएगा, जो भारत और विदेशों में आयोजित प्रमुख प्रदर्शनियों एवं कार्यक्रमों में भाग लेने वाले कारीगरों को जोड़ने में मदद करेगा।
- वर्तमान में प्रयोग की जा रही तकनीकों तथा अन्य राज्यों एवं देशों में प्रयुत्तफ़ होने वाले डिजाइनों के अध्ययन के लिए जोधपुर में हस्तशिल्प डिजाइन केंद्र की स्थापना की जाएगी। इस केंद्र को ‘उत्कृष्टता केंद्र’ के रूप में विकसित किया जाएगा।
- आम आदमी को राज्य की कला और शिल्प से परिचित कराने के लिए राजस्थान हाट, जल महल में एक राज्य स्तरीय हस्तशिल्प संग्रहालय की स्थापना की जाएगी।
- राज्य के विभिन्न हस्तशिल्प समूहों एवं उत्पादकों को राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय मांग के अनुरूप उत्पाद बनाने में सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से राजस्थान हाट में ‘हस्तशिल्प डिजाइन बैंक’ की भी स्थापना की जायेगी।
- यह नीति हस्तशिल्प क्षेत्र को विकसित करने और इसमें लगे 6 लाख शिल्पकारों एवं कारीगरों को सशत्तफ़ बनाने में मदद करेगी।