स्टैच्यू ऑफ इक्वेलिटी

फरवरी, 2022 में प्रधानमंत्री द्वारातेलंगाना में दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची संत रामानुजाचार्य की मूर्ति का उद्घाटन किया गया।216 फीट ऊंची स्टैच्यू ऑफइक्वालिटी 11वीं सदी के संत श्री रामानुजाचार्य की याद में बनाई गई है। यह मूर्ति दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची बैठी हुई मूर्ति है और इसे स्टैच्यू ऑफ इक्वेलिटी(Statue of Equality) का नाम दिया गया है।

  • पहली बार समानता की बात करने वाले रामानुजाचार्य के जन्म के एक हजार साल के मौके पर एक हजार करोड़ की लागत से भव्य मंदिर और 8 धातुओं को मिलाकर रामानुजाचार्य की 216 फीट ऊंची प्रतिमा बनाई गई है।
  • मूर्ति की विशेषताएं ; मूर्ति की लंबाई 108 फीट है। उनके हाथ में लिया गया त्रिदंडम (जिसे वैष्णव पीठाधिपति अपने साथ रखते हैं) 135 फीट ऊंचा है।जिस सतह पर मूर्ति बनी है उसकी ऊंचाई 54 फीट है।
  • पद्म (कमल) पीतम की ऊंचाई 27 फीट है।इस सतह को 'भद्र पीतम' के नाम से जाना जाता है।नीचे की सतह को मिलाकर इस मूर्ति की कुल लंबाई 216 फीट है।
  • इस मंदिर की परिकल्पना करने वाले त्रिदंडी चिन्ना जीयर स्वामी का कहना है कि साल 1017 में जन्मे रामानुजाचार्य 120 सालों तक धरती पर रहे और समानता को लेकर बात की। इसी वजह से मूर्ति का वजन 120 किलो रखा गया है।आर्किटेक्ट आनंद साईं इस मंदिर के आर्किटेक्ट हैं. आनंद साईं दक्षिण भारत की कई फिल्मों में आर्ट डायरेक्टर के तौर पर काम कर चुके हैं।