जुलाई, 2022 में, गोलकोंडा या गोलकुंडा किले के कुतुब शाही मकबरे में स्थित "बाबड़ी" को सांस्कृतिक विरासत संरक्षण के लिए यूनेस्को के "एशिया-प्रशांत पुरस्कार" से सम्मानित किया गया ।
प्रमुख तथ्य: गोलकोंडा किले (तेलंगाना) की बावड़ी 16वीं सदी में निर्मित एक कुआं है। यह संरचना फारसी शैली में निर्मित है। इतिहासकारों के अनुसारए इस बावड़ी के अंदर से हाथियों की मदद से जल निकाला जाता था।
कुतुब शाही स्थापत्य कला की प्रमुख विशेषताएं:
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