उद्देश्य : स्वरोजगार के लिए आसानी से लोन देनाहै। साथ ही छोटे उद्यमों के जरिये रोजगार का सृजन करना है।
इसके तहत तीन तरह के लोन दिए जाते हैं, जिसमें शिशु मुद्रा लोन के तहत 50,000 रुपये, किशोर मुद्रा लोन के तहत 50,000 से 5 लाख रुपये तथा तरुण मुद्रा लोन के तहत 5 लाख से 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है।