बागवानी के एकीकृत विकास के लिए मिशन (एमआईडीएच)

इस योजना की शुरूआत वर्ष 2014-15 में फल, सब्जियां, जड़ और कंद फसलों, मसालों, फूलों, रोपण फसलों आदि को शामिल करते हुए बागवानी को बढावा देने के लिए की गई थी।

  • इसमें उन्नत किस्मों और गुणवत्ता वाले बीजों को शामिल करना, रोपण फसलों के लिए प्रोत्साहन, क्लस्टर विकास और फसल कटाई के बाद का प्रबंधन करना शामिल है।
  • तीसरे अग्रिम अनुमान (2021-22) के अनुसार, 28.0 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र में 342.3 मिलियन टन का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ।
  • सरकार ने 55 बागवानी समूहों की पहचान की है, जिनमें से 12 को क्लस्टर विकास कार्यक्रम (सीडीपी) के प्रारंभिक चरण के लिए चुना गया है।