भारत-आसियान संबंधो का विकास

भारत आसियान प्रोद्यौगिकी कोषः इसकी स्थापना वर्ष 2008 में की गयी थी, जिसका उद्देश्य अनुसन्धान एवं विकास परियोजनाओं और संबन्धित परियोजनाओं की विकास सम्बन्धी गतिविधियों के लिए सहायता प्रदान करना है।

  • आसियानः भारत वस्तु व्यापार समझौताः इस समझौते पर हस्ताक्षर वर्ष 2009 में किया गया था तथा 1 जनवरी, 2010 को यह लागू हो गया था। यह समझौता 8 अक्टूबर, 2003 को बाली, इंडोनेशिया में हस्ताक्षरित भारत-आसियान व्यापक आर्थिक सहयोग समझौता (CECA) पर आधारित है। इसका उद्देश्य भविष्य के आर्थिक सहयोग के लिए एक रूपरेखा तैयार करना था। भारत-आसियान CECA में वस्तु व्यापार के अलावा, सेवाओं और निवेश का व्यापार भी शामिल था, जो एकसाथ मिलकर भारत-आसियान मुक्त व्यापार क्षेत्र का निर्माण करते हैं।
  • भारत-आसियान डिजिटल कार्य योजना (India-ASEAN Digital Work Plan): इस योजना के तहत देश 5G, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, साइबर फोरेंसिक और उन्नत उपग्रह संचार जैसी डिजिटल प्रौद्योगिकियों के उभरते क्षेत्रें में अपने ज्ञान को साझा करेंगे। क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए भारत के योगदान को मान्यता देते हुए 2021-2025 के लिए नई आसियान-भारत कार्ययोजना को अपनाया है।