​चालू खाता घाटा

वित्त वर्ष 2022 की दिसंबर तिमाही में भारत का चालू खाता घाटा (Current Account Deficit: CAD) नौ साल के उच्च स्तर, 23 अरब डॉलर (GDP का 2.7%) पर पहुंच गया।

  • भारत में CAD की स्थिति कमोवेश बनी रहती है। तेल की कीमतों में वृद्धि तथा अन्य कारणों की वजह से CAD के उच्च होने से वर्ष 1991 में इसे BoP संकट का सामना करना पड़ा था।
  • वित्त वर्ष 2021-22 में वाणिज्य वस्तु व्यापार घाटा लगभग 192 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जबकि सेवा व्यापार अधिशेष लगभग 105 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।

भुगतान संतुलन (Balance of Payments: BoP): इसमें किसी देश के निवासियों और शेष विश्व के बीच किसी विशिष्ट समय अवधि, आमतौर पर एक वर्ष में वस्तुओं, सेवाओं और परिसंपत्तियों के लेन-देन को शामिलकिया जाता है।

  • BoP के दो मुख्य खातों में से एक चालू खाता (दूसरा पूँजी खाता) है। इसमें, किसी देश की वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात और आयात तथा भुगतान अंतरण को शामिल किया जाता है।
  • इसी प्रकार, जब आयात, निर्यात से अधिक होता है तब व्यापार घाटा (trade deficit) होता है।