भारतीय शहरों की स्थिति

दिल्ली को विश्व का सबसे प्रदूषित राजधानी शहर के रूप में स्थान दिया गया है, हालांकि दिल्ली की वायु गुणवत्ता में वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2020 में लगभग 15% का सुधार हुआ है।

  • रिपोर्ट के अनुसार विश्व के 30 सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में से 22 शहर तथा 50 सबसे प्रदूषित शहरों में से 35 भारत के हैं।
  • सूची में सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में गाजियाबाद, बुलंदशहर, बिसरख जलालपुर, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, कानपुर, लखनऊ (सभी उत्तर प्रदेश में), भिवाड़ी तथा दिल्ली सम्मिलित हैं।
  • रिपोर्ट के अनुसार भारत में PM 2.5 सांद्रता में वर्ष 2019 की तुलना में 2020 में कमी हुई है इसके बावजूद सबसे प्रदूषित देशों की सूची में भारत तीसरे स्थान पर था, जबकि वर्ष 2019 के दौरान भारत का स्थान 5वां था।
  • रिपोर्ट में भारत में वायु प्रदूषण के प्रमुख स्रोतों में परिवहन, खाना पकाने के लिए जैव ईंधन का उपयोग, बिजली उत्पादन, उद्योग, निर्माण, अपशिष्ट दहन और कृषि-अपशिष्टों का दहन आदि कारणों को सम्मिलित किया गया है।

वायु प्रदूषण नियंत्रण हेतु किए जा रहे प्रयास

भारत स्टेज- VI (BS-VI) उत्सर्जन मानदंडों को वर्ष 2024 से पूर्व 1 अप्रैल, 2020 से अपनाना।

  • वर्ष 2022 के अंत तक भारत द्वारा 175 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता के लक्ष्य वर्तमान में बढ़ाकर 450 गीगावाट करने की घोषणा करना।
  • भारत द्वारा स्वैच्छिक राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (INDC) की घोषणा।
  • जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय कार्य योजना (NAPCC)
  • ई-गतिशीलता के लिए फेम (FAME) योजना
  • पेट्रोल में इथेनॉल की मात्रा बढ़ाना
  • प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
  • राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP)