पीएम आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन

अक्टूबर 2021 को प्रधानमंत्री ने वाराणसी से पीएम आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन की शुरुआत की, जिसकी घोषणा 2021-22 के बजट में की गई थी। यह देश की सबसे बड़ी अिखल भारतीय स्वास्थ्य अवसंरचना योजना है।

मिशन का उद्देश्यः उभरते सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दों पर ध्यान देने के लिए भारत की क्षमता को प्रोत्साहन प्रदान करना है, जो भारत के स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे में एक आदर्श बदलाव लाएगा तथा इसे और अधिक मजबूत बनाएगा।

  • शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में एक मजबूत सार्वजनिक स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा सुनिश्चित करना, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य के अंतर्गत आपातकालीन स्थितियों या बीमारी के प्रकोप से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
  • ब्लॉक, जिला, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर निगरानी प्रयोगशालाओं के नेटवर्क के माध्यम से एक आईटी-सक्षम रोग निगरानी प्रणाली स्थापित करना।
  • सभी सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं को एकीकृत स्वास्थ्य सूचना पोर्टल के माध्यम से जोड़ा जाएगा, जिसका विस्तार सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में किया जाएगा।

मिशन की विशेषताएँ: यह 10 ‘उच्च फोकस’ वाले राज्यों में 17,788 ग्रामीण स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों को सहायता प्रदान करेगा और देश भर में 11,024 शहरी स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र स्थापित करेगा।

  • इसके माध्यम से देश के पांच लाख से अधिक आबादी वाले सभी जिलों में एक्सक्लूसिव क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल ब्लॉक के माध्यम से क्रिटिकल केयर सेवाएं उपलब्ध होंगी, जबकि शेष जिलों को रेफरल सेवाओं के माध्यम से कवर किया जाएगा।
  • इस योजना के अंतर्गत एक स्वास्थ्य पहल के लिये एक राष्ट्रीय संस्थान, वायरोलॉजी हेतु चार नए राष्ट्रीय संस्थान,दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का एक क्षेत्रीय अनुसंधान मंच, नौ जैव सुरक्षा स्तर- III प्रयोगशालाएं और रोग नियंत्रण के लिये पांच नए क्षेत्रीय राष्ट्रीय केंद्र स्थापित किये जाएंगे।