विभाजन से उत्पन्न होने वाली समस्याएं

भारत पाक सम्बन्धों को प्रभावित करने वाली समस्याएं

  • विभाजन के समय उत्पन्न होने वाली समस्याएं,
  • भारत विरोधी नीति
  • पाकिस्तान की सेण्टो की सदस्यता

विभाजन से उत्पन्न होने वाली समस्याएं

  • हैदराबाद विवादः हैदराबाद भौगोलिक दृष्टि से भारत के आंतरीक भाग का हिस्सा था। इस रियासत के शासक निजाम का रवैया बहुत ही अस्पष्ट और अनिश्चयात्मक था। निजाम का मूल लक्ष्य दक्षिणी भारत में मुस्लिम वर्चस्व स्थापित करना था। परिणामस्वरूप भारत को 1948 में सैनिक कार्यवाही कर हैदराबाद रियासत को भारत में सम्मिलित करना पडा।

ऑपरेशन पोलो

  • 17 सितंबर को हैदराबाद मुक्ति दिवस मनाया जाता है। ‘ऑपरेशन पोलो’ के नाम से प्रसिद्ध यह दिवस पुलिस कार्रवाई का द्योतक है। आज ही के दिन 1948 में निजाम के दमनकारी शासन का अंत हुआ था। अभियान के अंत में आसफ जाह वंश के अंतिम निजाम, मीर उस्मान अली खान ने 17 सितंबर 1948 को विलय समझौते पर हस्ताक्षर किये।
  • जूनागढ़ विवादः जूनागढ़ को 9 नवम्बर 1947 में जनमत संग्रह कर भारत में सम्मिलित कर लिया गया। यह काठियावाड़ की एक छोटी-सी रियासत थी, जिसका शासक नवाब महावत खान था। उसने रियासत को पाकिस्तान में सम्मिलित करने की घोषणा कर दी और पाकिस्तान ने उसका सम्मिलन स्वीकार कर लिया, जबकि वहां की अधिकांश जनसंख्या हिन्दू थी। रियासत की जनता ने नवाब के विरुद्ध विद्रोह कर दिया, जिससे नवाब को पाकिस्तान भागने के लिए बाध्य होना पडा। इसके पश्चात जूनागढ़ में जनमत संग्रह कराया गया और 99 प्रतिशत लोगों ने भारत के पक्ष में अपना मत डाला। इस प्रकार जनमत संग्रह के माध्यम से जूनागढ़ भारत संघ में शामिल हुआ।
  • सम्पत्ति की अदायगी का प्रश्नः विभाजन के उपरान्त भारत और पाकिस्तान के बीच कई आर्थिक समस्याएं थीं, क्योंकि वहां के हिन्दू पाकिस्तान में 3 हजार करोड़ रुपए की अपनी सम्पत्ति छोड़कर आये थे, जबकि मुसलमान भारत में 300 करोड़ रुपए की अपनी सम्पत्ति छोड़कर गये थे। 1950 में नेहरू-लियाकत समझौते द्वारा इस समस्या का समाधान किया गया।
  • नहरी पानी विवादः 1947 के विभाजन के उपरांत नहरों के पानी का असन्तुलित विभाजन हुआ। पंजाब की पांचों नदियों में से सतलज और रावी दोनों देशों के मध्य से बहती है, जबकि झेलम और चिनाब पाकिस्तान के मध्य से और व्यास पूर्णतया भारत में बहती है। परन्तु भारत के नियन्त्रण में वे तीनों मुख्यालय आ गये, जिनसे दोनों देशों की नहरों को पानी की पूर्ति की जाती थी।
  • कश्मीर विवादः कश्मीर की समस्या भारत और पाकिस्तान के बीच सबसे उलझी हुई समस्या है। ब्रिटिश सरकार के घोषणा के अनुसार देशी रियासतें अपनी इच्छानुसार भारत अथवा पाकिस्तान में विलय हो सकती है। भारत की उत्तर-पश्चिम सीमा पर स्थित यह राज्य भारत अथवा पाकिस्तान दोनों को जोड़ता है। यहां की जनसंख्या का बहुसंख्यक भाग मुस्लिम धर्मीं था। परन्तु यहां का आनुवांशिक शासक एक हिन्दू राजा था।
  • 22 अक्टूबर, 1947 को उत्तर-पश्चिम सीमाप्रान्त के कबायलियों ने एवं अनेक पाकिस्तानियों ने कश्मीर पर आक्रमण कर दिया। 26 अक्टूबर को कश्मीर के शासक ने आक्रमणकारियों से अपने राज्य को बचाने के लिए भारत सरकार से सैनिक सहायता की मांग की और साथ ही कश्मीर को भारत में सम्मिलित करने की प्रार्थना भी की। 27 अक्टूबर 1947 को भारतीय सेनाएं कश्मीर भेज दी गयी तथा युद्ध समाप्ति पर जनमत संग्रह की शर्त के साथ कश्मीर को भारत का अंग बना लिया गया।