स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से वर्ष 2014 से इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई है।
लक्ष्यः इस कार्यक्रम का लक्ष्य बच्चों की मुख्य बीमारियों का शीघ्र पता लगाना और उनका निदान करना है। इन बीमारियों में जन्मजात विकृतियां, बाल रोग, कुपोषण जनित रोगों का शीघ्र पता लगाना और उसका निदान शामिल है।