इस संगठन को वर्ष 1919 में वर्साय की संधि के हिस्से के रूप में बनाया गया था, जो कि इस विश्वास के साथ गठित किया गया था कि सार्वभौमिक और स्थायी शांति तभी प्राप्त की जा सकती है जब यह सामाजिक न्याय पर आधारित हो।
वर्ष 1946 में यह संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी बना। इसका मुख्यालय जिनेवा (स्विट्जरलैंड) में है।
यह एक त्रिपक्षीय संगठन है, जो अपने कार्यकारी निकायों में सरकारों, नियोक्ताओं और श्रमिकों के प्रतिनिधियों को एक साथ लाता है।
भारत ILO का संस्थापक सदस्य है और इसमें कुल 187 सदस्य हैं। वर्ष 2020 में भारत ने ILO के शासी निकाय की अध्यक्षता ग्रहण की।
वर्ष 1969 में ILO को राष्ट्रों के बीच भाईचारे और शांति के संदेश को बढ़ावा देने, श्रमिकों के लिये बेहतर कार्य एवं न्याय प्रणाली स्थापित करने और अन्य विकासशील देशों को तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिये नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।