हिंद महासागर क्षेत्र में उभरती हुई चुनौतियों जिनमें आतंकवाद और चोरी के खतरों, विशेष रूप से अफ्रीका के हॉर्न में समुद्री यातायात की सुरक्षा, सभी राज्यों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय कानून का सम्मान, विशेष रूप से नौवहन और अतिप्रवाह की स्वतंत्रता; सामूहिक विनाश के हथियारों, तस्करी और अवैध मछली पकड़ने (आईयूयू) सहित संगठित अपराध, तस्करी के खिलाफ लड़ाई; जलवायु परिवर्तन और विशेष रूप से प्राकृतिक आपदाओं के संदर्भ में, सुरक्षा पर इसके परिणामों का मुकाबला करना; पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा, तेल के फैलने से निपटना और आपदाओं के शिकार लोगों की सहायता शामिल हैं, इस हेतु भारत के लिए इस क्षेत्र का महत्व बढ़ जाता है।