वैश्विक जैव-विविधता ढांचे पर CBD मसौदा

जुलाई, 2021 को जैव विविधता पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (CBD) सचिवालय ने नए वैश्विक जैव विविधता ढांचे का मसौदा जारी किया। इसका उद्देश्य लोगों को प्रकृति और इसके द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं को संरक्षित करने के लिए वर्ष 2030 तक वैश्विक कार्यों का मार्गदर्शन करना है।

मुख्य बिंदुः यह वैश्विक जैव विविधता ढांचा 2020 के बाद की अवधि के लिए है। यह 2011-2020 के दौरान लागू ‘जैव विविधता संबंधी रणनीतिक योजना’ पर आधारित है।

  • यह जैव विविधता के संदर्भ में सामाजिक संबंधों में परिवर्तन लाने के लिए कार्यों की एक व्यापक योजना का निर्धारण करता है।
  • जिससे, वर्ष 2050 तक प्रकृति के संरक्षण के प्रति साझा दृष्टिकोण के विकास तथा ‘प्रकृति के साथ सद्भाव पूर्वक रहने’ (Living in harmony with nature) के लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके।
  • इस फ्रेमवर्क को अक्टूबर, 2021 में चीन में आयोजित होने वाले CBD (COP-15) सम्मेलन की पंद्रहवीं बैठक में विचार के लिए प्रस्तुत किया जाएगा।

जैव विविधता विजन-2050

  • जैव विविधता के लिए विजन-2050 के अंतर्गत चार दीर्घकालिक लक्ष्यों को निर्धारित किया गया है, जो निम्नलिखित हैं-
  • लक्ष्य A: सभी पारिस्थितिक तंत्रें की अखंडता को बढ़ाना, इनके क्षेत्र में कम से कम 15 प्रतिशत की वृद्धि करना, विभिन्न पारिस्थितिक तंत्रें के मध्य कनेक्टिविटी तथा अखंडता को सुनिश्चित करना, प्रजातियों के विलुप्त होने की दर में कम से कम 10 गुना कमी करना, जंगली और पालतू प्रजातियों की आनुवंशिक विविधता की रक्षा करना तथा सभी प्रजातियों के भीतर कम से कम 90 प्रतिशत आनुवंशिक विविधता को बनाए रखना।
  • लक्ष्य B: प्रकृति द्वारा लोगों को प्रदान किए जाने वाले लाभों का मूल्यांकन करने के साथ इन लाभों को बढ़ाने अथवा सामान स्तर पर बनाए रखना। संपूर्ण मानवता के लिए वैश्विक विकास एजेंडे का समर्थन करते हुए संसाधनों के संरक्षण और टिकाऊ उपयोग को बढ़ावा देना।
  • लक्ष्य C: जैव विविधता के संरक्षण और सतत उपयोग के साथ साझा किए गए मौद्रिक और गैर-मौद्रिक दोनों लाभों में पर्याप्त वृद्धि करना। आनुवंशिक संसाधनों के उपयोग से होने वाले लाभों को निष्पक्ष और समान रूप से साझा करना।
  • लक्ष्य D: विजन 2050 को प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक है कि उपलब्ध वित्तीय साधनों के मध्य व्याप्त अंतरों को कम किया जाए।