वर्ष 2016 में सरकार द्वारा रणनीतिक प्रौद्योगिकी और समग्र प्रगति के लिए विशेष रेलवे प्रतिष्ठान (SRESHTA) स्थापित किया गया है, जिसमें ज्यादातर वैज्ञानिक और रेलवे विशेषज्ञ शामिल हैं। पहले अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (आरडीएसओ) के पास ही रेलवे के लिए प्रौद्योगिकी उन्नयन की एकमात्र जिम्मेदारी थी, लेकिन अब आरडीएसओ केवल दिन-प्रतिदिन के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करता है, जबकि SRESHTA सार्वजनिक क्षेत्र के कामकाज में सुधार के लिए दीर्घकालिक अनुसंधान हेतु जिम्मेदार है।