भारतीय घरेलू विमानन बाजार का विश्व में तीसरा स्थान है और इसके यात्री संख्या के मामले में 2024 तक ब्रिटेन को पीछे छोड़कर विश्व का तीसरा सबसे बड़ा यात्री विमानन बाजार बन जाने की संभावना है। घरेलू विमानन बाजार के मामले में भारत, चीन और अमेरिका से पीछे है।