गरीबी सूचकांक रिपोर्ट 2019 के अनुसार, देश के कुल गरीबों का लगभग 50 प्रतिशत हिस्सा देश के मात्र चार राज्यों झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में हैं। यद्यपि देश में गरीबी दर में गिरावट आ रही है, परंतु कुपोषण और भूख की समस्या आज भी देश में बरकरार है।
‘द स्टेट ऑफ द वल्र्ड्स चिल्ड्रन-2019’ के अनुसार, विश्व में 5 वर्ष तक की उम्र के प्रत्येक 3 बच्चों में से एक बच्चा कुपोषण अथवा अल्पवजन की समस्या से ग्रस्त है। पूरे विश्व में लगभग 200 मिलियन तथा भारत में प्रत्येक दूसरा बच्चा कुपोषण के किसी-न-किसी रूप से ग्रस्त है। रिपोर्ट में यह भी सामने आया था कि वर्ष 2018 में भारत में कुपोषण के कारण 5 वर्ष से कम उम्र के लगभग 8-8 लाख बच्चों की मृत्यु हुई।
वैश्विक भुखमरी सूचकांक 2019: इसके के अनुसार भारत 117 देशों में से 102वें स्थान पर रहा, जबकि वर्ष 2018 में भारत 103वें स्थान पर था।