प्रथम एसडीजी लैंगिक सूचकांक, 2019

प्रथम सतत विकास लक्ष्य लैंगिक सूचकांक में भारत 129 देशों में से 95वें स्थान पर है। इंडेक्स में पाया गया है कि किसी भी देश ने पूरी तरह से टी-जेंडर (ट्रांस जेंडर) इक्वेलिटी हासिल नहीं की है और वैश्विक औसत स्कोर 100 में से 65.7 है, जो खराब श्रेणी में आता है।

SDG जेंडर इंडेक्स यूके-आधारित समान माप 2030 द्वारा क्षेत्रीय और वैश्विक संगठनों के साथ-साथ एशियाई-प्रशांत संसाधन तथा अनुसंधान केंद्र महिलाओं के लिए, अफ्रीकी महिला विकास एवं संचार नेटवर्क, बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन तथा अंतर्राष्ट्रीय महिला स्वास्थ्य गठबंधन द्वारा विकसित किया गया था।

सूची में भारत का स्थान

  • सूचकांक में भारत ने सर्वोच्च स्कोर स्वास्थ्य (79.9), भूख और पोषण (76.2), ऊर्जा (71.8) में हासिल किया; जबकि सबसे कम स्कोर साझेदारी (18.3), उद्योग, अवसंरचना व इनोवेशन (31.8) में प्राप्त किया है।
  • शीर्ष 10 रैंक हासिल करने वाले देश डेनमार्क, फिनलैंड, स्वीडन, नॉर्वे, नीदरलैंड, स्लोवेनिया, जर्मनी, कनाडा, आयरलैंड और ऑस्ट्रेलिया हैं।
  • अंतिम 10 रैंक हासिल करने वाले देशों में सिएरा लियोन, लाइबेरिया, नाइजीरिया, माली, मॉरिटानिया, नाइजर, यमन, कांगो, डीआर कांगो और चाड हैं।

मापदंड

एसडीजी जेंडर इंडेक्स शिक्षा, साक्षरता, राजनीतिक प्रतिनिधित्व, गरीबी, स्वास्थ्य और कार्यस्थल पर समानता जैसे विभिन्न मापदंडों पर विचार करते हुए वैश्विक लैंगिक समानता को मापता है। इस सूची में दुनिया के सभी क्षेत्रों के 129 देशों को शामिल किया गया।