डायमंड चतुर्भुज

भारत में हाई स्पीड रेल नेटवर्क स्थापित करने के लिए डायमंड चतुर्भुज (Dimond Quadrilateral) रेलवे की परियोजना है। यह भारत के चार महानगरों दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई को गोल्डन क्वाड्रिलेटरल एक्सप्रेसवे सिस्टम की तरह जोड़ेगा। मुंबई-अहमदाबाद सेक्शन पर हाई-स्पीड ट्रेन देश में लागू होने वाला पहला हाई-स्पीड ट्रेन कॉरिडोर होगा।

  • वर्तमान में, महानगरीय शहरों को जोड़ने वाले डायमंड चतुर्भुज पर छः गलियारों- (i) दिल्ली-मुंबई, (ii) मुंबई-चेन्नई, (iii) चेन्नई-कोलकाता, (iv) कोलकाता- दिल्ली और दोनों विकर्ण अर्थात (अ) दिल्ली-चेन्नई और (अप) मुंबई-कोलकाता मार्ग को उच्च गति रेल कनेक्टिविटी के अन्तर्गत शामिल किया गया हैं।

निष्कर्ष

भारतीय रेलवे नेटवर्क निरंतर बढ़ रहा है। अगले पांच वर्षों में भारतीय रेलवे बाजार विश्व का तीसरा सबसे बड़ा बाजार तथा वैश्विक बाजार में भागीदारी 10 प्रतिशत होगी। सरकार ने 2023 तक अपने पूरे रेल नेटवर्क का विद्युतीकरण करने और 2030 तक ‘नेट-शून्य रेलवे’ के लिए प्रतिबद्ध है। उच्च गति रेल, सेमी-हाई स्पीड रेल, मुंबई-पुणे हाइपरलूप, आधुनिक लोकोमोटिव फैक्ट्रियां, सभी ट्रेनों में बायो-टॉयलेट्स, रेलवे कोच नवीनीकरण, हरित प्रौद्योगिकी और पर्यावरण के अनुकूल ट्रेनें भारतीय रेलवे का भविष्य हैं।