1995 में गठित, सीएलजीएफ स्थानीय सरकारों के लिए एक मंच के रूप में काम करता है, जिसके अंतर्गत स्थानीय सरकारी संघों, व्यक्तिगत स्थानीय अधिकारियों, स्थानीय सरकार के मंत्रालय और अनुसंधान तथा पेशेवर संगठन आदि आते हैं। सीएलजीएफ यह सुनिश्चित करता है कि स्थानीय सरकार की आवाजें न सिर्फ सुना जाये, बल्कि राष्ट्रमंडल में पहचानी भी जाये। इसके 53 कॉमनवेल्थ देशों के 200 सदस्य हैं।
निष्कर्ष
भारतीय शहरी विकास जटिल प्रक्रिया है, क्योंकि यह क्षेत्रीय और वैश्विक दोनों मुद्दों से जुड़ा है। अतः इसके समाधान सादे और सरल नहीं हो सकते। भविष्य की कोई भी नीतिगत पहल निम्नलिखित सिद्धांतों पर आधारित होनी चाहिए -