सीईआरसी को 24 जुलाई, 1998 को स्थापित किया गया। सीईआरसी बिजली दरों के युक्तिकरण, पारदर्शी सब्सिडी नीतियों, बिजली शुल्क विनियमन, कुशल और सौम्य पर्यावरण नीतियों को बढ़ावा देने के लिए गठित किया गया था।
आयोग थोक विधुत बाजारों में प्रतिस्पर्द्धा, कार्यकुशलता और मितव्ययिता को बढ़ावा देने, सप्लाई की गुणवत्ता में सुधार करने, मांग-आपूर्ति के अंतर को पाटने के लिए संस्थागत बाधाओं को दूर करने के संबंध में सरकार को सलाह देता है, जिससे ग्राहकों के हितों का सम्पोषण हो।