सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) जिसे वैश्विक लक्ष्यों (ग्लोबल गोल्स) के रूप में भी जाना जाता है, एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी। इसने गरीबी को समाप्त करने, पृथ्वी की सुरक्षा करने के लिए एक सार्वभौमिक कार्यवाही का आह्नान किया, साथ ही साथ सुनिश्चित किया कि सभी लोग शांति और समृद्धि का आनंद लें। सहस्राब्दी विकास लक्ष्यों (मिलेनियम डेवलपमेंट गोल्स) की सफलताओं पर 17 लक्ष्य बनाए गए थे और 2030 तक इसे हासिल करने की जरूरत है।
भारत के राष्ट्रीय लक्ष्यों को एसडीजी के अनुरूप बनाने के लिए एक उच्च स्तरीय संचालन समिति का गठन किया गया। भारत के मुख्य सांख्यिकीविद् इसके अध्यक्ष होते हैं। समिति का उद्देश्य समय-समय पर राष्ट्रीय संकेतक ढांचे (National Indicator Framework-NIF) की समीक्षा करना और परिष्कृत करना है, जिससे राष्ट्रीय कार्यक्रमों को सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप रखा जा सके।
लक्ष्य
प्रभाव और महत्व