जैव ईंधन उत्पादन को बढ़ाने और घरेलू आपूर्ति की निरंतरता और मात्र के बारे में चिंताओं को दूर करने के लिए नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) द्वारा राष्ट्रीय जैव ईंधन नीति, 2018 को जारी किया गया है। भारत में जैव ईंधन का उत्पादन रणनीतिक महत्व का है, क्योंकि यह सरकार की पहलों जैसे मेक इन इंडिया, स्वच्छ भारत अभियान, कौशल विकास के साथ अच्छी तरह से जुड़ता है। यह किसानों की आय दोगुना करने के लक्ष्य को हासिल करने, आयात में कमी, रोजगार सृजन, कचरा से धन सृजन आदि के लिए उपाय प्रस्तुत करता है।
जैव ईंधन
जैव ईंधन या दहनयोग्य ईंधन एक जीवित पौधे के पदार्थ से या बायोमास से निर्मित होते हैं, जो प्राचीन पौधे के पदार्थ से निर्मित हाइड्रोकार्बन के विपरीत है। बायोमास संसाधनों में कृषि, वानिकी और संबंधित उद्योगों के उत्पादों और अवशेषों के साथ-साथ औद्योगिक तथा नगरपालिका के कचरे के जैव अपघटित (बायोडिग्रेडेबल) अपशिष्टों के अंश भी शामिल हैं।
जैव ईंधन के उत्पादन पर आधारित श्रेणियां
नीति की मुख्य विशेषताएं
जैव ईंधन उत्पादन के संबंध में सभी संबंधित मंत्रालयों/विभागों की जिम्मेदारियां स्पष्ट रूप से निर्धारित की गई हैं।
ओडिशा में भारत का पहला जैव ईंधन संयंत्र भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL), ओडिशा के बारगढ़ जिले के बौलसिंह गांव में अपनी दूसरी पीढ़ी (2G) की इथेनॉल बायो-रिफाइनरी के निर्माण को 2020 तक पूरा करेगी। यह देश का पहला जैव-ईंधन संयंत्र होगा, जहां धान के पुआल (पराली) से इथेनॉल का उत्पादन किया जाएगा। रिफाइनरी में प्रतिवर्ष 3 करोड़ लीटर ईंधन ग्रेड इथेनॉल का उत्पादन करने की क्षमता होगी। भारत में जैव ईंधन का उत्पादन पेरिस समझौते में नवीकरणीय स्रोतों से 175 गीगावॉट बिजली निर्माण करने के भारत के वादे के अनुरूप है। |
जैव ईंधन उत्पादन में लाभ
जैव ईंधन उत्पादन में चुनौतियां
आगे की राह
सतत जैव ईंधन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन-2018 मिशन इनोवेशन और बायो फ्रयूचर प्लेटफॉर्म की ओर से ‘सतत जैव ईंधन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन’, जैव प्रौद्योगिकी विभाग और भारत सरकार द्वारा संयुक्त रूप से नई दिल्ली में आयोजित किया गया। सतत जैव ईंधन ‘‘सेवेन मिशन इनोवेशन चैलेंजेज’’ में से एक है और भारत इस क्षेत्र में अन्य देशों जैसे ब्राजील, कनाडा और चीन के साथ अग्रणी भूमिका निभा रहा है। मिशन इनोवेशन (डप्) 22 देशों और यूरोपीय संघ की एक वैश्विक पहल है, जो स्वच्छ ऊर्जा में नवाचारों को अत्यधिक तेज करने के लिए है। |
सात मिशन नवाचार चुनौतियों में शामिल हैं