जलवायु परिवर्तन पर अंतरसरकारी पैनल (Inter governmental Panel on Climate Change - IPCC) द्वारा वैश्विक तापन पर जारी रिपोर्ट ‘ग्लोबल वार्मिंग ऑफ 1.5° सेल्सियस’ (Global Warming of 1.5°C) के अनुसार मानवीय गतिविधियों द्वारा वैश्विक तापन पूर्व औद्योगिक स्तर से 1° सेल्सियस अधिक हो गया है तथा अगर यह इसी दर से बढ़ता रहा तो वर्ष 2030 से 2052 के बीच यह 1.5° से सेल्सियस तक पहुंच जायेगा।
मुख्य बिंदु
भारत पर प्रभाव
IPCC IPCC जलवायु परिवर्तन संबंधित वैज्ञानिक आकलन की संयुक्त राष्ट्र संस्था है। इसकी स्थापना 1988 में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम UNEP तथा विश्व मौसम विज्ञान संगठन द्वारा की गई। यह नीति निर्माताओं को जलवायु परिवर्तन संबंधित आकलन नियमित रूप से उपलब्ध करवाता है। वर्तमान में इसके 195 सदस्य देश हैं। इसके तीन कार्य समूह हैं। कार्य समूह-I जलवायु परिवर्तन के भौतिक विज्ञान, कार्य समूह-II प्रभाव तथा अनुकूलन पर तथा कार्य समूह-III जलवायु परिवर्तन शमन पर कार्य करता है। |