दिसंबर, 2018 को पूर्वी अंगलिया विश्वविद्यालय (University of East Anglia-UEA) और ग्लोबल कार्बन प्रोजेक्ट (Global Carbon Project) में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, 2018 में वैश्विक कार्बन उत्सर्जन 37.1 अरब टन कार्बन डाइऑक्साइड के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है, जिसमें भारत तीसरा सबसे ज्यादा योगदानकर्ता है।
अध्ययन की मुख्य विशेषताएं