हाल ही में भारत के हनले, लद्दाख (Hanle, Ladakh) में स्थित भारतीय खगोलीय वेधशाला में 0-7 मीटर ‘ग्रोथ-इंडिया’ टेलीस्कोप (GROWTH- India Telescope) ने अपना पहला वैज्ञानिक अवलोकन किया है, जो नोवा विस्फोट (Nova Explosion) का अनुवर्ती (Follow-up) अध्ययन है।
ग्रोथ-इंडिया टेलीस्कोप ब्रह्मांड में क्षणिक घटनाओं का निरीक्षण करने के लिए एक बहु-देशीय सहयोग पहल- ग्रोथ-इंडिया टेलीस्कोप ग्लोबल रिले ऑफ ऑब्जरवेटरी वाचिंग ट्रांजिएंट्स हैपन (Global Relay of Observations Watching Transients Happen-Growth) का हिस्सा है। यह पूरी तरह से रोबोटिक टेलीस्कोप है, जो कम समय में ब्रह्मांडीय घटनाओं को capture करने के लिए डिजाइन किया गया है।
उद्देश्य
समय-डोमेन खगोल विज्ञान है, जो ब्रह्मांड में एक्सप्लोसिव ट्रांजिएंट्स और परिवर्तनीय स्रोतों (प्रकाश और अन्य विकिरण) के अध्ययन को समाहित करना है।
नोवा
नोवा किसी सफेद बौने तारे की सतह पर हाइड्रोजन एकत्रित होने के बाद उसमें होने वाला एक तीव्र विस्फोट है। इस विस्फोट में अनियंत्रित गति से नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion) होता है। इसके कारण तारे की चमक में अस्थायी वृद्धि होती है। सुपरनोवा के विपरीत यह तारा विस्फोट के बाद अपनी पहले की अवस्था में वापस लौट आता है।