वैश्विक पोषण रिपोर्ट, 2018

बैंकॉक में जारी वैश्विक पोषण रिपोर्ट, 2018 के अनुसार दुनिया में हर तीसरा बच्चा कुपोषण का शिकार है।

विशेषताएं:

  • पांच साल से कम उम्र के बच्चों में बौनापन वैश्विक स्तर पर घट रहा है, लेकिन अफ्रीका में यह संख्या बढ़ रही है।
  • दुनियाभर में 15.08 करोड़ बच्चे बौनेपन का शिकार हैं, जबकि 5.05 करोड़ बच्चों का वजन उनकी लंबाई के अनुसार नहीं है, यानि कम है।
  • वैश्विक स्तर पर महिलाओं में कम वजन और एनीमिया से निपटने में अत्यधिक धीमी गति से प्रगति हुई है, जबकि वयस्कों में अधिक वजन और मोटापा की स्थिति और खराब हो गई है।
  • शहरी क्षेत्रों में औसतन 7.1 प्रतिशत अधिक वजन वाले बच्चे हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 6.2 प्रतिशत बच्चे अधिक वजन वाले हैं।

भारत की स्थिति

  • रिपोर्ट के अनुसार बौनेपन (Stunted) की दृष्टि से भारत (4.6 करोड़ बच्चों के साथ) शीर्ष पर है। ज्यादातर संख्या उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, ओडिशा और महाराष्ट्र में हैं।
  • लंबाई के हिसाब से बेहद कम वजन वाले बच्चों (Wasted Children) की संख्या भारत में 2.5 करोड़ है।

पृष्ठभूमि

वैश्विक पोषण रिपोर्ट की परिकल्पना 2013 में पहले विकास के लिए पोषण पहल सम्मेलन (Nutrition for Growth Initiative Summit) में सरकार, सहायता दाताओं, नागरिक समाज, संयुक्त राष्ट्र और व्यवसायों में फैले 100 हितधारकों द्वारा की गई प्रतिबद्धताओं पर नजर रखने के लिए एक तंत्र के रूप में की गई थी।