भारतीय योजनावधि में इस अवधि (1 अप्रैल, 1966 - 31 मार्च, 1969) को ‘योजनावकाश (Take of Stage) की संज्ञा दी गई।
1969 में नारीमन समिति की सिफारिश के आधार पर ‘लीड बैंक योजना’ की शुरुआत की गई।
कृषिगत संकट को रोकने और खाद्याÂ की कमी को ध्यान में रखते हुए वार्षिक योजनाओं के दौरान कृषि क्षेत्र पर जोर।
तीनों वार्षिक योजनाओं के दौरान पूरी तरह से एकनई कृषि नीति अपनाई गई और कृषि उत्पादन को बढ़ाने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बीज के वितरण, उर्वरक का बड़े पैमाने पर प्रयोग, सिंचाई क्षमता का विस्तार व भू-संरक्षण आदि विधियों पर विशेष जोर दिया गया।