नीति आयोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2014 को लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान योजना आयोग, जिसे सेवानिवृत्त सिविल सेवकों का पार्किंग ग्राउंड की संज्ञा दी जाती है, को समाप्त कर, उसकी जगह एक नयी संस्था स्थापित करने की घोषणा की। यह नयी संस्था 7 सदस्यीय एक थिंक टैंक है। इस 7 सदस्यीय थिंक टैंक में एक अध्यक्ष और 6 सदस्य हैं।
1 जनवरी, 2015 को भारत सरकार ने योजना आयोग के स्थान पर नेशनल इन्स्टीच्यूट फॉर ट्रांसफार्मिंग इण्डिया(छप्ज्प्) या नीति आयोग की घोषणा की। योजना आयोग की तरह नीति आयोग का गठन भी केंद्रीय मंत्रीमंडल के निर्णय से हुआ है। प्रधानमंत्री नीति आयोग के अध्यक्ष हैं तथा नीति आयोग के एक उपाध्यक्ष की नियुक्ति प्रधानमंत्री द्वारा की गई है। NITI आयोग की संरचना
अध्यक्ष - प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) उपाध्यक्षडॉ - राजीव कुमार पूर्णकालिक सदस्यप्रो - रमेश चंद्र, वी-के- सारस्वत, बिबेक देवरॉय, डॉ- वी-के- पॉल मुख्य कार्यकारी अधिकारी - अमिताभ कांत उद्देश्यः राज्यों की सक्रिय भागीदारी के साथ राष्ट्रीय विकास प्राथमिकताओं, क्षेत्रें और रणनीतियों का एक साझा दृष्टिकोण विकसित करना।
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