सातवीं योजना का मुख्य उद्देश्य संवृद्धि, आधुनिकीकरण, आत्मनिर्भरता और सामाजिक न्याय पर बल देना रहा। इसके लिए खाद्यानन उत्पादन में वृद्धि, उत्पादकता व रोजगार अवसरों में वृद्धि पर विशेष ध्यान दिया गया।
योजनावधि में अर्थव्यवस्था रिकॉर्ड 5-8 प्रतिशत (लक्ष्य 5 प्रतिशत) के स्तर तक बढ़ी।
1986 में डाक विभाग में स्पीड पोस्ट व्यवस्था की शुरुआत हुई।
सितंबर 1986 में नई दिल्ली में कपार्ट (Council for Advancement of People's Action and Rural Technology-CAPART) की स्थापना।
1988 में सेबी की स्थापना।
अप्रैल 1989 में जवाहर रोजगार योजना (जेआरवाई) और सितंबर 1989 में नेहरू रोजगार योजना की शुरुआत। प्रो- राजकृष्णा ने सातवीं योजना को हिंदू वृद्धि दर के रूप में वर्णित किया।