जनता सरकार द्वारा पांचवीं पंचवर्षीय योजना को एक वर्ष पहले समाप्त करके एक नई योजना को 1 अप्रैल, 1978 में पेश किया गया।
इस योजना को अनवरत योजना (रोलिंग प्लान) का नाम दिया गया।
अनवरत योजना की अवधारणा नोबेल पुरस्कार विजेता गुन्नार मिर्डल ने अपनी पुस्तक ‘एशियन ड्रामा’ में पेश किया था तथा इसे भारत में लागू करने का श्रेय डी-टी- लकड़ावाला को है।
अनवरत योजना के दौरान गांधीवादी नीति का अनुसरण किया गया।
1979 में ग्रामीण युवा स्वरोजगार प्रशिक्षण कार्यक्रम (ट्रायसेम) की शुरुआत की गई, जिसे 1999 में स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना में शामिल कर लिया गया।
दो बार छठी योजना की शुरुआत। पहली बार जनता सरकार (1978-83) द्वारा जो केवल दो वर्ष तक ही चल सकी और दूसरी बार कांग्रेस सरकार द्वारा 1980 में शुरू की गई।