अंतरिक्ष विज्ञान एक व्यापक शब्द है जो ब्रह्मांड के अध्ययन से जुड़े विभिन्न विज्ञान क्षेत्रें का वर्णन करता है तथा सामान्य तौर पर इसका अर्थ ‘‘पृथ्वी के अतिरिक्त’’ तथा ‘‘पृथ्वी के वातावरण से बाहर’’ भी है। मूलतः इन सभी क्षेत्रें को खगोल विज्ञान का हिस्सा माना गया था। हालांकि, हाल के वर्षों में खगोल के कुछ क्षेत्रें, जैसे कि खगोल भौतिकी, का इतना विस्तार हुआ है कि अब इन्हें अपनी तरह का एक अलग क्षेत्र माना जाता है।
भौतिक विज्ञान किसी गैलेक्सी के अंतर्निहित भौतिक विज्ञान की व्याख्या कर सकता है, फिर भी मंदाकिनियों के कई पहलुओं को अभी तक उनकी भौतिकी के माध्यम से अच्छी तरह से वर्णित नहीं किया गया है। गांगेय भौतिक विज्ञान सभी भौतिक विज्ञानों के लिए प्रयुक्त होने वाला शब्द है जिसे ब्रह्मांड में किसी भी गैलेक्सी या किसी विशेष गैलेक्सी के लिए लागू किया जा सकता है।
गैलेक्सी की संरचना और विकास में गैलेक्सी, और अण्डाकार विशालकाय गैलेक्सी, घुमावदार गैलेक्सी, M31 एंड्रोमेडा गैलेक्सी तथा अन्य शामिल हैं।
सामान्य अंतर-गैलेक्सी प्रक्रियाओं में ब्लैक होल, गोलाकार समूह, उपग्रह गैलेक्सी, पीछे की ओर आवर्तन, हेलो सितारे, तीव्र गति वाले बादल, अंगूठीनुमा तारे, अभिवृद्धि डिस्क, गुरुत्व, कोणीय गति, केन्द्राभिमुख शक्ति, ज्वारी प्रभाव, श्यानता, कक्षा की गति, अभिवृद्धि डिस्क, सक्रिय गैलेक्सी नाभिक, प्रोटोप्लेनेटरी डिस्क है, गामा किरण विस्फोट और अन्य शामिल हैं।
मिल्की वे गैलेक्सी भौतिक विज्ञान में मिल्की वे गैलेक्सी से प्रत्यक्ष रूप से संबंधित संपूर्ण विज्ञान शामिल हैः हेलो तारे, मिल्की वे तीव्र गति के बादल, मिल्की वे अंगूठीनुमा तारे, मिल्की वे अभिवृद्धि डिस्क, मिल्की वे गुरुत्व, मिल्की वे कोणीय गति, मिल्की वे केन्द्राभिमुख शक्ति, मिल्की वे ज्वारीय प्रभाव, मिल्की वे श्यानता, मिल्की वे कक्षा की गति, मिल्की वे क्षितिज घटना, मिल्की वे ब्लैक होल और अन्य शामिल हैं।
भगोड़ा सितारा जीटा ओफीयूचीः ब्रह्मांडीय सागर में किसी जहाज के जैसे तैरता हुआ यह भगोड़ा सितारा। इन तारे का नाम जीटा ओफीयूची है जो एक विशाल धनुषाकार खगोलीय तरंग का निर्माण कर रहा है। यह नीले रंग का तारा है जो सूर्य से 20 गुणा ज्यादा द्रव्यमान का है, यह 24 किमी प्रति सेकेण्ड की गति से बायें ओर गतिमान है। इस तारे की अगुवाई धनुषाकार में ब्रह्माण्ड वायु कर रही है जोकि तारों के मध्य के विरल खगोलीय पदार्थ को संपिडित कर धनुषाकार दे रही है। ये कुल उसी तरह से हैं जब हम किसी गोफन में पत्थर बांध कर उसे घुमाकर छोड़ देते हैं, पत्थर तेज गति से फेंका जाता है। जीटा ओफीयूची सूर्य की तुलना में 65000 ज्यादा दीप्तिमान है। यदि यह तारा धूल के विशालतम बादलों से ढंका ना होता तो आकाश में सबसे ज्यादा दीप्तिमान तारा होता है।