1987 में बालश्रम राष्ट्रीय नीति बनाई गई। इसमें बाल-श्रम की समस्या से निपटने के लिए कार्ययोजना शामिल है। श्रम पर राष्ट्रीय आयोग (1969) तथा बाल श्रम पर समिति (1981) की रिपोर्टो में भारत में बाल श्रम के कारण तथा परिणामों की जांच की गई।
1975 में ‘राष्ट्रीय बाल बोर्ड' का गठन किया गया जिसका उद्देश्य बच्चों का कल्याण है।
जागरुकता के प्रयास
अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा बाल मजदूरी समाप्त करने के लिए एक विश्वव्यापी अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का नाम ‘बालश्रम को लाल कार्ड' है।
यह अभियान ब्राजीलिया में बाल मजदूरी पर हुए विश्व सम्मेलन के दौरान शुरू किया गया इसका उद्देश्य लोगों को बाल मजदूरी के नुकसानों के बारे में जागरूक बनाना है।