राष्ट्रीय प्रशिक्षुता संवर्धन योजना (एनएपीएस) में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी)
- 14 Aug 2023
केन्द्रीय शिक्षा तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने 12 अगस्त, 2023 को राष्ट्रीय प्रशिक्षुता संवर्धन योजना (एनएपीएस) में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) की शुरुआत की।
- कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय ने सभी हितधारकों के बीच प्रशिक्षुता कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए "प्रशिक्षुता कार्य बढ़ाना" विषय पर चिंतन शिविर का भी आयोजन किया।
- एनएपीएस में डीबीटी के शुभारंभ के अवसर पर एक लाख प्रशिक्षुओं को लगभग 15 करोड़ रुपये वितरित किए गए।
राष्ट्रीय शिक्षुता संवर्धन योजना (एनएपीएस) की प्रमुख उपलब्धियां :-
- राष्ट्रीय प्रशिक्षुता संवर्धन योजना की 2016 में शुरुआत से लेकर 31 जुलाई, 2023 तक कुल 25 लाख युवा प्रशिक्षु के रूप में लगे हुए हैं।
- महिला प्रशिक्षुओं की संख्या भी 2018-19 में 22,427 से बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 1.48 लाख हो गई हैं, जो पिछले पांच वर्षों में लगभग 7 गुना वृद्धि दर्शाती है।
- वित्त वर्ष 23-24 में लगभग 2.6 लाख प्रशिक्षुओं ने प्रशिक्षण पूरा कर लिया है।
- सभी क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय प्रतिष्ठानों की संख्या 2018-19 में 6,755 से बढ़कर 2023-24 में 40,655 हो गई।
- एनएपीएस की शुरुआत के बाद से प्रशिक्षुता प्रशिक्षण शुरू करने वाले प्रतिष्ठानों की संख्या में 488 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।
- प्रशिक्षुता प्रशिक्षण को अपनाने में वृद्धि से हमारे देश के कार्यबल और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी):- इसे भारत सरकार द्वारा 1 जनवरी, 2013 को सरकारी वितरण प्रणाली में सुधार करने हेतु एक मिशन के रूप में शुरू किया गया था।
प्रत्यक्ष लाभ अंतरण का उद्देश्य:-
- अधिक मात्रा में खाद्यान्नों की वास्तविक आवाजाही को कम करना
- अपनी खपत का चुनाव करने के लिए लाभार्थियों को अधिक स्वायत्तता प्रदान करना
- आहार में विविधता को बढ़ाना
- लीकेज को कम करना
- बेहतर लक्ष्य की सुविधा प्रदान करना
- वित्तीय समावेशन को बढ़ाना।
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