भारतीय अंतरिक्ष नीति 2023 को केंद्रीय मंत्रिमंडल से मंजूरी
- 08 Apr 2023
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 6 अप्रैल 2023 को भारतीय अंतरिक्ष नीति 2023 को मंजूरी दे दी है जिसका उद्देश्य देश के अंतरिक्ष विभाग की भूमिका को बढ़ावा देना और अनुसंधान, शिक्षा, स्टार्टअप और उद्योग को बड़ी भागीदारी देना है।
- यह नीति भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और निजी क्षेत्र की संस्थाओं जैसे संगठनों की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को निर्धारित करती है।
- अंतरिक्ष क्षेत्र को निजी भागीदारी के लिए खोले जाने की शुरुआत के तीन वर्षों के अंदर इसरो में स्टार्टअप्स की संख्या 150 तक पहुंच गई है।
- यह नीति संचार, नेविगेशन, आपदा प्रबंधन, मौसम पूर्वानुमान, कृषि और रक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के महत्व को स्वीकार करती है।
- अंतरिक्ष क्षेत्र में स्वदेशी प्रौद्योगिकियों और क्षमता निर्माण पर भी यह नीति जोर देती है।
- भारत में एक मजबूत अंतरिक्ष उद्योग के विकास के लिए भी यह नीति एक ढांचा प्रदान करेगी, जो रोजगार के अवसर पैदा करेगा और देश की आर्थिक विकास में योगदान देगा।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे