ज्ञान चतुर्वेदी के उपन्यास ‘पागलखाना’ को व्यास सम्मान 2022
- 14 Mar 2023
के.के बिरला फाउंडेशन ने 9 मार्च 2023 को प्रसिद्ध हिंदी लेखक डॉ. ज्ञान चतुर्वेदी को उनके व्यंग्य उपन्यास ‘पागलखाना’ के लिए 32वें व्यास सम्मान- 2022 देने की घोषणा की है। यह उपन्यास 2018 में प्रकाशित हुआ था।
- वर्ष 2021 में असगर वजाहत को उनके नाटक ‘महाबली’ के लिए यह सम्मान प्रदान किया गया था।
- डॉ चतुर्वेदी को 2015 में भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।
- उनकी पहली पुस्तक ‘नरक-यात्रा’ जो भारत में चिकित्सा विज्ञान शिक्षा प्रणाली पर आधारित थी।
- डॉ. चतुर्वेदी मध्य प्रदेश में एक प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ हैं।
- 1991 में शुरू किया गया ‘व्यास सम्मान’ पिछले 10 वर्षों के दौरान हिंदी में प्रकाशित साहित्यिक रचना के लिए भारतीय नागरिक को दिया जाता है।
केके बिड़ला फाउंडेशन:- के के बिड़ला फाउंडेशन की स्थापना वर्ष 1991 में कृष्णकुमार बिड़ला ने की थी। इसका उद्देश्य साहित्य (विशेष रूप से हिन्दी साहित्य) और कलाओं के विकास को प्रोत्साहित करना है। 1991 में वार्षिक व्यास सम्मान की स्थापना की, जो एक भारतीय नागरिक द्वारा लिखित और पिछले दस वर्षों के भीतर प्रकाशित हिंदी साहित्य के एक शानदार टुकड़े को प्रदान किया जाता है। 4 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाता है। केके बिड़ला फाउंडेशन ने इन पुरस्कारों के अलावा सरस्वती सम्मान, बिहारी पुरस्कार और व्यास सम्मान की स्थापना की।
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