भारत में मधुमेह पर आईसीएमआर अध्ययन
- 29 Apr 2022
'इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) -इंडिया डायबिटीज' के अध्ययन के अनुसार भारत में मधुमेह से पीड़ित 5,297 से अधिक व्यक्तियों में से केवल 7% से अधिक लोग अपने रक्त शर्करा, रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्षम थे।
(Image Source: https://www.thehindu.com/)
महत्वपूर्ण तथ्य: यह अध्ययन 'लैंसेट-डायबिटीज एंड एंडोक्राइनोलॉजी' में प्रकाशित हुआ है।
- 27 राज्यों (एकीकृत आंध्र प्रदेश), दो केंद्र-शासित प्रदेशों और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में किए गए अध्ययन ने मृत्यु दर और जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करने वाले विभिन्न स्वास्थ्य मानकों पर बेहतर नियंत्रण की आवश्यकता पर बल दिया है।
अध्ययन के निष्कर्ष: उच्च शिक्षा, पुरुष, ग्रामीण निवास, और मधुमेह की कम अवधि (10 वर्ष से कम) लक्ष्यों की संयुक्त उपलब्धि की बेहतर उपलब्धि के साथ जुड़े थे।
- परिणाम मूल्यांकन के लिए, (ए) अच्छे ग्लाइसेमिक नियंत्रण को 7.0% से कम के एचबीए1सी (एक मधुमेह परीक्षण) के रूप में परिभाषित किया गया है; (बी) रक्तचाप नियंत्रण को 140/90 मिमी एचजी (mm Hg) से कम के रूप में परिभाषित किया गया है और (सी) एलडीएल कोलेस्ट्रॉल लक्ष्य को 100 मिलीग्राम / डीएल (mg/dL) से कम के रूप में परिभाषित किया गया है।
- एबीसी नियंत्रण (ABC control) को ग्लाइसेमिक, रक्तचाप और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल लक्ष्यों को एक साथ पूरा करने वाले व्यक्तियों के अनुपात के रूप में परिभाषित किया गया था।
- मधुमेह से पीड़ित 4,834 लोगों में से केवल 36% ने ही अच्छा ग्लाइसेमिक (रक्त शर्करा) नियंत्रण हासिल किया, 48% से अधिक ने रक्तचाप नियंत्रण हासिल किया, और 41.5% ने अच्छा एलडीएल कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण हासिल किया है।
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