ब्रिक्स टीका अनुसंधान एवं विकास केंद्र
- 11 Apr 2022
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने 22 मार्च, 2022 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘ब्रिक्स टीका अनुसंधान एवं विकास केंद्र’ (BRICS Vaccine R&D Center) का शुभारंभ किया है।
- महत्वपूर्ण तथ्य: जोहान्सबर्ग घोषणा 2018 में ब्रिक्स टीका अनुसंधान एवं विकास केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव रखा गया था।
- दक्षिण अफ्रीका ने पहली बार 2018 में अपनी अध्यक्षता के दौरान ब्रिक्स वैक्सीन अनुसंधान एवं विकास केंद्र के निर्माण का प्रस्ताव रखा था।
- डॉ. मांडविया ने प्रस्ताव दिया कि ब्रिक्स देशों को 2022 के मध्य तक दुनिया की 70% आबादी को कोविड-19 टीके लगाने के डब्ल्यूएचओ के निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एसीटी-ए(ACT-A), कोवैक्स, सीईपीआई(CEPI) आदि जैसे प्रयासों में मदद करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
- एसीटी-ए (The Access to COVID-19 Tools Accelerator: ACT-A) कोविड-19 परीक्षणों, उपचारों और टीकों के विकास, उत्पादन और न्यायसंगत पहुंच में तेजी लाने के लिए एक महत्वपूर्ण वैश्विक सहयोग है। इसे अप्रैल 2020 में लॉन्च किया गया था।
- भारत ने अब तक कोविड-19 आपातकालीन उपयोग के लिए 9 टीकों को मंजूरी दी है, जिनमें से 5 स्वदेशी हैं।
- भारत दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन विनिर्माण उद्योगों में से एक है, जो 150 से अधिक देशों को टीकों की आपूर्ति करता है और WHO की वैक्सीन आवश्यकताओं की 65-70% की पूर्ति करता है।
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