5 अक्टूबर ‘राष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा
- 05 Apr 2022
डॉल्फिन के संरक्षण के लिए जागरूकता पैदा करने के लिए प्रति वर्ष 5 अक्टूबर को ‘राष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा।
महत्वपूर्ण तथ्य: केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने यह जानकारी 25 मार्च, 2022 को राष्ट्रीय वन्य जीव बोर्ड की स्थायी समिति की 67वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
- स्वस्थ जलीय पारिस्थितिक तंत्र ग्रह के समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं।
- डॉल्फिन एक स्वस्थ जलीय पारिस्थितिकी तंत्र के आदर्श पारिस्थितिक संकेतक के रूप में कार्य करती हैं।
- डॉल्फिन के संरक्षण से प्रजातियों के अस्तित्व और आजीविका के लिए जलीय प्रणाली पर निर्भर लोगों को भी लाभ होगा।
गंगा डॉल्फिन: यह एक संकेतक प्रजाति है, जिसकी स्थिति पारिस्थितिकी तंत्र और उस पारिस्थितिकी तंत्र में अन्य प्रजातियों की समग्र स्थिति के बारे में जानकारी प्रदान करती है।
- इसे इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर रेड लिस्ट में 'संकटग्रस्त' (endangered) प्रजाति के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
- 2012 और 2015 में WWF-India और उत्तर प्रदेश वन विभाग के आकलन में गंगा, यमुना, चंबल, केन, बेतवा, सोन, शारदा, गेरुवा, गहागरा, गंडक और राप्ती में 1,272 डॉल्फिन दर्ज की गईं।
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