मतुआ समुदाय
- 05 Apr 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 मार्च, 2022 को श्री श्री हरिचंद ठाकुर की 211वीं जयंती के अवसर पर पश्चिम बंगाल के श्रीधाम ठाकुरनगर, ठाकुरबाड़ी में मतुआ धर्म महा मेला 2022 को संबोधित किया।
महत्वपूर्ण तथ्य: हरिचंद ठाकुर का जन्म 1812 में बांग्लादेश के ओरकांडी में ठाकुर समुदाय (एससी समुदाय) के एक किसान किसान परिवार में हुआ था। ठाकुर (जिनका परिवार वैष्णव हिंदू था) ने 'मतुआ' नामक वैष्णव हिंदू धर्म के एक संप्रदाय की स्थापना की।
- मतुआ समुदाय के सदस्य बंगाल सीमा के दोनों ओर हैं। यह 1860 के दशक में हरिचंद ठाकुर द्वारा शुरू किए गए एक धार्मिक आंदोलन से जुड़ा है।
- मतुआ पश्चिम बंगाल की दूसरी सबसे बड़ी अनुसूचित जाति आबादी है। सरकारी सूत्रों के अनुसार राज्य में इस समुदाय के मतदाताओं की संख्या लगभग 17% है।
- मतुआ धर्म महा मेला 2022 का आयोजन अखिल भारतीय मतुआ महासंघ द्वारा 29 मार्च से 5 अप्रैल, 2022 तक किया जा रहा है।
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