कॉर्नर-शॉट हथियार प्रणाली
- 05 Apr 2022
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा डिजाइन और विकसित 'कॉर्नर-शॉट हथियार प्रणाली' (Corner-Shot Weapon System: CSWS) केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और जम्मू और कश्मीर पुलिस द्वारा शामिल किए जाने की प्रक्रिया के अंतिम चरण में है।
(Image Source: https://www.drdo.gov.in/)
महत्वपूर्ण तथ्य: कॉर्नर-शॉट हथियार प्रणाली एक विशेष उद्देश्य वाला हथियार है, जिसे आयुध अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान (ARDE), पुणे द्वारा डिजाइन किया गया है।
- कॉर्नर-शॉट हथियार प्रणाली को प्रयोग में लाने वाला सैनिक किसी बंद कमरे या कक्ष के कोनो से मौजूद लक्ष्यों को देख सकता है और दुश्मन के सामने आए बिना उस पर हमला कर सकता है।
- इस हथियार प्रणाली के अग्र-भाग को किसी भी दिशा में घुमाया जा सकता है।
- हथियार को सेना में प्रयोग के लिए दो संस्करण ‘9 मिमी पिस्तौल’ और ‘40 मिमी अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर’ में विकसित किया जा रहा है।
- यह हथियार प्रणाली दिन और रात्रि में प्रयोग में लाये जाने वाले कैमरे, अदृश्य लेजर, लेजर लक्ष्यीकरण उपकरण, सामरिक टॉर्च, रंगीन एलसीडी मॉनिटर और एक रिचार्जेबल बैटरी से लैस है।
- ये विशेषताएं इसे विद्रोह प्रतिरोध और आतंक रोधी अभियानो में लगे सुरक्षा बलों के लिए एक बहुत ही शक्तिशाली हथियार प्रणाली बनाती हैं।
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